उस की बालक-हट के आगे घर छोड़ा बैराग लिया By Sher << मुझी से आई थी मिलने उदास ... अब न वो ज़ौक़-ए-वफ़ा है न... >> उस की बालक-हट के आगे घर छोड़ा बैराग लिया देखें क्या दिन दिखलाता है अब ये मूरख मन बाबा Share on: