उस की ख़्वाहिश है कि अब लोग न रोएँ न हँसें By Sher << इस आजिज़ी से किया उस ने म... तुम्हारी याद से ये रात कि... >> उस की ख़्वाहिश है कि अब लोग न रोएँ न हँसें बे-हिसी वक़्त की आवाज़ बना दी जाए Share on: