उस को हँसता देख के फूल थे हैरत में By फूल, Sher << ये क्या कि हर वक़्त जी-हु... मुझ को मरने न दिया शे'... >> उस को हँसता देख के फूल थे हैरत में वो हँसती थी फूलों की हैरानी पर Share on: