उस ने मेरी शाख़ों को इस तरह नुमू बख़्शी By दर्द, Sher << वहीं पे झाड़ के उठते हैं ... उस पेड़ के हर फल में मिरा... >> उस ने मेरी शाख़ों को इस तरह नुमू बख़्शी ज़ख़्म के खिलेंगे फूल दर्द का चमन होगा Share on: