वहदत में तेरी हर्फ़ दुई का न आ सके By आईना, Sher << यक-ब-यक नाम ले उठा मेरा उन लबों ने न की मसीहाई >> वहदत में तेरी हर्फ़ दुई का न आ सके आईना क्या मजाल तुझे मुँह दिखा सके Share on: