वहाँ अब साँस लेने की सदा आती है मुश्किल से By Sher << दिल थामता कि चश्म पे करता... उस के हाथों न मिला चैन मु... >> वहाँ अब साँस लेने की सदा आती है मुश्किल से जो ज़िंदाँ गूँजता रहता था आवाज़-ए-सलासिल से Share on: