वही क़ातिल वही मुंसिफ़ बना है Admin मुंसिफ शायरी, Sher वही क़ातिल वही मुंसिफ़ बना है उसी से फ़ैसला ठहरा हुआ है This is a great मुंसिफ शायरी. Share on: