वक़्त मोहलत न देगा फिर तुम को By तीर, Sher << अपने दामन में एक तार नहीं गो ज़रा सी बात पर बरसों क... >> वक़्त मोहलत न देगा फिर तुम को तीर जिस दम कमान से निकला Share on: