वक़्त की तेज़ हवाओं ने अजब मोड़ लिया By Sher << मेरा साक़ी है बड़ा दरिया-... ख़ोल चेहरों पे चढ़ाने नही... >> वक़्त की तेज़ हवाओं ने अजब मोड़ लिया फूल से हाथ जो थे उन में भी पत्थर निकले Share on: