वो जल्वा-ए-सद-रंग में इक ढंग से निकला By Sher << वो सवाल-ए-लुत्फ़ पर पत्थर... तुझे हवस हो जो मुझ को हदफ... >> वो जल्वा-ए-सद-रंग में इक ढंग से निकला जो मिस्रा तिरे सीना-ओ-आहंग से निकला Share on: