वो जंग जिस में मुक़ाबिल रहे ज़मीर मिरा By Sher << हिचकियाँ आती हैं पर लेते ... ज़ोफ़ से रहता है अब पाँव ... >> वो जंग जिस में मुक़ाबिल रहे ज़मीर मिरा मुझे वो जीत भी 'अम्बर' न होगी हार से कम Share on: