वो ख़त वो चेहरा वो ज़ुल्फ़-ए-सियाह तो देखो By Sher << न आए तुम न आओ तुम कि अब आ... जाने किस वक़्त कूच करना ह... >> वो ख़त वो चेहरा वो ज़ुल्फ़-ए-सियाह तो देखो कि शाम सुब्ह के बाद आए सुब्ह शाम के बाद Share on: