वो ले गया है मिरी आँख अपनी बस्ती में By Sher << भूक चेहरों पे लिए चाँद से... दामन पे लोटने लगे गिर गिर... >> वो ले गया है मिरी आँख अपनी बस्ती में कि मेरे साथ रहे राब्ता बहाल उस का Share on: