वो मेरा जब न हो सका तो फिर यही सज़ा रहे By Sher << खिलौनों की दुकानों की तरफ... मगर उन सीपियों में पानियो... >> वो मेरा जब न हो सका तो फिर यही सज़ा रहे किसी को प्यार जब करूँ वो छुप के देखता रहे Share on: