वो वहशी इस क़दर भड़का है सूरत से मिरे यारो By Sher << जब से मअ'नी-बंदी का च... नशा-ए-रंग से है वाशुद-ए-ग... >> वो वहशी इस क़दर भड़का है सूरत से मिरे यारो कि अपने देख साए को मुझे हमराह जाने है Share on: