वुज़ू होता है याँ तो शैख़ उसी आब-ए-गुलाबी से By Sher << जवाब देने के बदले वो शक्ल... ख़ुलूस-ए-दिल से सज्दा हो ... >> वुज़ू होता है याँ तो शैख़ उसी आब-ए-गुलाबी से तयम्मुम के लिए तुम ख़ाक जा कर दश्त में फाँको Share on: