वाह क्या इस गुल-बदन का शोख़ है रंग-ए-बदन By Sher << ख़ून ये जाता रगों से फूट ... ज़िंदगी से समझौता आज हो ग... >> वाह क्या इस गुल-बदन का शोख़ है रंग-ए-बदन जामा-ए-आबी अगर पहना गुलाबी हो गया Share on: