ताइर-ए-अक़्ल को मा'ज़ूर कहा ज़ाहिद ने By Sher << सब अपने अपने दियों के असी... फूलों की सेज दोस्त की ख़ा... >> ताइर-ए-अक़्ल को मा'ज़ूर कहा ज़ाहिद ने पर-ए-पर्वाज़ में तस्बीह का डोरा बाँधा Share on: