वो शख़्स यादों का मुझ को ग़ुलाम करते हुए By Sher << जाँ घुल चुकी है ग़म में इ... वो शख़्स अपनी जगह है मुरक... >> वो शख़्स यादों का मुझ को ग़ुलाम करते हुए गया भी तो मिरी नींदें हराम करते हुए Share on: