यहाँ तो रस्म है ज़िंदों को दफ़्न करने की By Sher << कैसे टुकड़ों में उसे कर ल... फिर आज कैसे कटेगी पहाड़ ज... >> यहाँ तो रस्म है ज़िंदों को दफ़्न करने की किसी भी क़ब्र से मुर्दा कहाँ निकलता है Share on: