ये आग लगा दी कि नहीं अंजुम-ओ-अफ़्लाक By Sher << 'ज़फ़र' आदमी उस क... कुछ इलाहाबाद में सामाँ नह... >> ये आग लगा दी कि नहीं अंजुम-ओ-अफ़्लाक ये दाग़ पे है दाग़ ये छाले पे है छाला Share on: