ये आलाम-ए-हस्ती ये दौर-ए-ज़माना By Sher << ख़ुश-हाल घर शरीफ़ तबीअत स... इसी शहर में कई साल से मिर... >> ये आलाम-ए-हस्ती ये दौर-ए-ज़माना तो क्या अब तुम्हें भूल जाना पड़ेगा Share on: