ये भी है मारा हुआ साक़ी की चश्म-ए-नाज़ का By Sher << मय पिला ऐसी कि साक़ी न रह... क्या है मुझे देते हो गिलौ... >> ये भी है मारा हुआ साक़ी की चश्म-ए-नाज़ का इस लिए 'आदिल' को शीशे की परी अच्छी लगी Share on: