ये बुत हिर्स-ओ-हवा के दिल के जब काबा में तोडूँगा By Sher << आओ ज़रा सी देर को हम हँस-... उस की आँखों के अगर वस्फ़ ... >> ये बुत हिर्स-ओ-हवा के दिल के जब काबा में तोडूँगा तुम्हारी सुब्हा में कब शैख़-जी ज़ुन्नार छोड़ूँगा Share on: