ये डर है क़ाफ़िले वालो कहीं न गुम कर दे By Sher << इक नया ज़ख़्म मिला एक नई ... जौर-ए-अफ़्लाक की शिरकत की... >> ये डर है क़ाफ़िले वालो कहीं न गुम कर दे मिरा ही अपना उठाया हुआ ग़ुबार मुझे Share on: