ये फ़ित्ना आदमी की ख़ाना-वीरानी को क्या कम है By Sher << कुछ तो मिलता है मज़ा सा श... वो दिल ले के ख़ुश हैं मुझ... >> ये फ़ित्ना आदमी की ख़ाना-वीरानी को क्या कम है हुए तुम दोस्त जिस के दुश्मन उस का आसमाँ क्यूँ हो is this trouble not enough, to ruin one what else should be if you are someone's friend then why needs heaven be his enemy Share on: