ये ज़िंदगी की रात है तारीक किस क़दर By Sher << वैसे तो इक आँसू ही बहा कर... ख़त का ये जवाब आया कि क़ा... >> ये ज़िंदगी की रात है तारीक किस क़दर दोनों सिरों पे शम्अ जलाओ नशे में आओ Share on: