ये लम्हा लम्हा ज़िंदा रहने की ख़्वाहिश का हासिल है By Sher << आँसू हमारे गिर गए उन की न... लम्हात-ए-वस्ल याद जो आए श... >> ये लम्हा लम्हा ज़िंदा रहने की ख़्वाहिश का हासिल है कि लहज़ा लहज़ा अपने आप ही में मर रहा हूँ मैं Share on: