ये नुक्ता इक क़िस्सा-गो ने मुझ को समझाया By Sher << लोग सदमों से मर नहीं जाते वही ख़्वाब है वही बाग़ है... >> ये नुक्ता इक क़िस्सा-गो ने मुझ को समझाया हर किरदार के अंदर एक कहानी होती है Share on: