ये रंग रंग परिंदे ही हम से अच्छे हैं By Sher << 'ख़ार' उल्फ़त की ... ज़िंदगी छोटी है सामान बहु... >> ये रंग रंग परिंदे ही हम से अच्छे हैं जो इक दरख़्त पे रहते हैं बेलियों की तरह Share on: