ये सारा जिस्म झुक कर बोझ से दोहरा हुआ होगा By Sher << ये सोच कर कि दरख़्तों में... ये लोग होमो-हवन में यक़ीन... >> ये सारा जिस्म झुक कर बोझ से दोहरा हुआ होगा मैं सज्दे में नहीं था आप को धोका हुआ होगा Share on: