ये तो हो सकता है कि दोनों की मंज़िल एक हो By Sher << दोनों बहर-ए-शोला-ए-ज़ात द... आज आँसू तुम ने पोंछे भी त... >> ये तो हो सकता है कि दोनों की मंज़िल एक हो फिर भी उस के हम-सफ़र होने की फ़रमाइश न कर Share on: