ये तो समझा मैं ख़ुदा को कि ख़ुदा है लेकिन By Sher << लिखते रहे जुनूँ की हिकाया... मिला न लुत्फ़-ए-विसाल लेक... >> ये तो समझा मैं ख़ुदा को कि ख़ुदा है लेकिन ये न समझा कि समझ में मिरी क्यूँकर आया Share on: