यूँ रूह थी अदम में मिरी बहर-ए-तन उदास By Sher << ज़मीन पाँव के नीचे से सरक... यूँ राही-ए-अ'दम हुई ब... >> यूँ रूह थी अदम में मिरी बहर-ए-तन उदास ग़ुर्बत में जिस तरह हो ग़रीब-उल-वतन उदास Share on: