आबा तो 'ज़फ़र' नहीं थे ऐसे By Sher << बाद-ए-बहार में सब आतिश जु... बात पहुँचे समाअत को तासीर... >> आबा तो 'ज़फ़र' नहीं थे ऐसे फिर शेर शिआर क्यूँ हुआ है Share on: