ज़रूर होगी हमें भी नसीब लज़्ज़त-ए-संग By Sher << ज़िंदगी आज ज़रा हँस के गल... ज़हर सी रात लहू और ये घमस... >> ज़रूर होगी हमें भी नसीब लज़्ज़त-ए-संग जुनून है तो उसे मो'तबर किया जाए Share on: