ग़म तो ग़म ही रहेंगे 'ज़ुबैर' By Sher << हर एक लम्हा तिरी याद में ... एक ही घर के रहने वाले एक ... >> ग़म तो ग़म ही रहेंगे 'ज़ुबैर' ग़म के उनवाँ बदल जाएँगे Share on: