पानी से सग-गज़ीदा डरे जिस तरह 'असद' Admin असद भोपाली की शायरी, Unpublished Ghazal पानी से सग-गज़ीदा डरे जिस तरह 'असद' डरता हूँ आइने से कि मर्दुम-गज़ीदा हूँ Share on: