सोच रही हूँ ख़त Admin शायरी लिखने, Valentines << टिमटिमाते तारों सा हैं यह... कितना प्यार है तुमसे >> सोच रही हूँ ख़त लिखने की लेकिन क्यापैग़ाम लिखूँ !तुझ बिन काटी रात लिखूँ या साथगुज़ारी शाम लिखूँ !! Share on: