टिमटिमाते तारों सा हैं यह अहसास Admin मुस्कान पे शायरी, Valentines << काश ज़िन्दगी यही ठहर जायें सोच रही हूँ ख़त >> टिमटिमाते तारों सा हैं यह अहसासहर पल हवाओं में बजता कोई साजबिन तेरे भी मुस्कान होती हैं मेरे साथक्यूंकि पता हैं मुझे तेरे दिल में बसा हैं मेराही नाम Share on: