1 Admin प्यार का रंग शायरी, अन्य << इतनी शिद्दत से तुम्हारी म... कभी हम से भी 2 पल की मुला... >> 1. हम भी मुस्कुराते थे कभी बेपरवाह अंदाज सेदेखा है खुद को आज पुरानी तस्वीरों में!2. खुद पुकारेगी मंज़िल तो ठहर जाऊँगावरना मुसाफिर खुद्दार हूँ, यूँ ही गुज़र जाऊँगा! Share on: