आज रात भी मुमकिन है सो न पाऊं मैं Admin उड़ान पर शायरी, अन्य << कितना अजीब समय था वो अलवि... वक़्त जरूर लगा >> आज रात भी मुमकिन है सो न पाऊं मैं.....!याद फिर आये हैं नींदों को उड़ाने वाले...!! Share on: