आंसुओं को बहुत समझाया तन्हाई में आया करो Admin महफ़िल ऐ शायरी, अन्य << किसी की चाहत को सजा मत दे... यार के एहसास को हमेशा आबा... >> आंसुओं को बहुत समझाया तन्हाई में आया करो,महफ़िल में आ कर मेरा मजाक ना बनाया करो!आँसूं बोले, इतने लोगों के बीच भी आपको तनहा पाते हैं,बस इसीलिए साथ निभाने चले आते हैं!! Share on: