अंधेरा इतना है कि शहर के मुहाफिज़ को अन्य << जुबां तीखी हो तो खंजर से ... एक ऐसा समाज बनायें जहाँ ल... >> अंधेरा इतना है कि शहर के मुहाफिज़ को,हर एक रात कोई घर जलाना पड़ता है! Share on: