चिरागो की रोशनी Admin जोके शायरी इन हिंदी, अन्य << एक नूर सा आज मेरे देश पे ... तेरा हुआ ज़िक्र तो हम >> चिरागो की रोशनी, जो जरा हिलीलगा तुम्हारी एक, आहट सी मिलीजाके देखा जब दर पे तोफिर वही काफ़िर हवा मिली। Share on: