फिर नहीं बसते वो दिल Admin बसंत पंचमी पर शायरी, अन्य << दस दिनों की छुट्टी है और ... टूटे हुए सपनो और छुटे हुए... >> फिर नहीं बसते वो दिलजो एक बार उजड़ जाते है..!!जनाजे को कितना भी संवारोउसमें रूह नहीं आती.!!!! Share on: