फिर उड़ गयी नींद ये सोच कर अन्य << नज़रें झुका लेने से भला स... तुम्हारा होना इतवार के दि... >> फिर उड़ गयी नींद ये सोच कर,सरहद पर बहा वो ख़ून मेरी नींद के लिए था। Share on: