हमेशा पूछती रहती है रास्तों की हवा अन्य << अब हवाएँ ही करेंगी रौशनी ... दिल पागल है रोज़ नई नादान... >> हमेशा पूछती रहती है रास्तों की हवायूँ ही रुके हो यहाँ या किसी ने रोका था! Share on: