हवाएँ हड़ताल पर हैं शायद आज तुम्हारी खुशबू नहीं आई Admin हड़ताल शायरी, अन्य << मुहब्बत में सच्चा यार न म... दुनिया में कम लोग ही ऐसे ... >> हवाएँ हड़ताल पर हैं शायदआज तुम्हारी खुशबू नहीं आई.... Share on: