ख़ुद को बिखरते देखते हैं कुछ कर नहीं पाते हैं अन्य << पानी में अक्स और किसी आसम... सिर्फ़ लफ़्ज़ों को नहीं अ... >> ख़ुद को बिखरते देखते हैं कुछ कर नहीं पाते हैंफिर भी लोग ख़ुदाओं जैसी बातें करते हैं! Share on: